शंकर या महादेव आरण्य संस्कृति जो आगे चल कर सनातन शिव धर्म नाम से जाने जाते है में सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव भी कहते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हे भैरव के नाम से भी जाना जाता है |
गीतकार के भाव के अनुसार जोगियों का "जोग" महादेव के भोलेभाव व मलंग भाव में विचरण से है। जिसमें ऋषि मुनियों, महान आत्माओं, सिद्ध, योगीयों व अन्ययों के द्वारा अपना सब कुछ महादेव के चरणों में अर्पित कर दुःख सुख,अमीरी गरीबी, द्वेष द्वंद,दुनियादारी और फकीरी में एक समान रह कर महादेव की रजा में रहने का आनंद लिया जाता है।
Title - Jogi
Singer & Lyrics - Jitesh Sharma
Available On www.youtube.com/c/JiteshSharma0789
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